दोस्तों आज हम इस आर्टिकल में यह अध्ययन करेंगे कि मनोविज्ञान (Psychology) क्या है? मनोविज्ञान के सम्प्रदाय कौन-कौन से हैं? मनोवैज्ञानिक अध्ययनों की विशेषताएं क्या हैं? मनोविज्ञान के प्रमुख लक्ष्य क्या हैं? मनोविज्ञान की शाखाएं कौन-कौन सी हैं?
इस आर्टिकल में मनोविज्ञान (Psychology) के उपर्युक्त सभी बिंदुओं का तथ्यात्मक अध्ययन करेंगे जो अध्यापक पात्रता परीक्षा (TET) में बार-बार पूछा जाता है।
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मनोविज्ञान (Psychology)
शताब्दियों पूर्व मनोविज्ञान को दर्शन की एक शाखा के रूप में माना जाता था।
मनोविज्ञान (Psychology) शब्द की उत्पत्ति (गैरेट के अनुसार) यूनानी (ग्रीक/लैटिन) भाषा के दो शब्दों Psyche + Logos से मिलकर बनी हुई है।
Psychology– मन का विज्ञान
Psyche – आत्मा
Logos – अध्ययन
16वीं शताब्दी में आत्मा शब्द को आधार मानकर सर्वप्रथम प्लेटो, अरस्तु, डेकार्टे के द्वारा मनोविज्ञान को आत्मा का विज्ञान माना गया।
आत्मा शब्द की स्पष्ट व्याख्या ना होने के कारण 16वीं शताब्दी के अंत में यह परिभाषा अमान्य हो गई।
आत्मा का अध्ययन मनोवैज्ञानिक ढंग से कर पाना संभव नहीं था इसलिए यह परिभाषा अमान्य हो गई।
मध्य युग के दार्शनिकों ने मनोविज्ञान को मन के विज्ञान के रूप में परिभाषित किया।
इटली के मनोवैज्ञानिक पाम्पॉनाजी व उनके सहयोगी थासडरीड ने 17वीं शताब्दी में मन के विज्ञान के रूप में परिभाषित किया।
मन की प्रकृति तथा स्वरूप के बारे में भी मनोवैज्ञानिक वैज्ञानिक ढंग से अध्ययन करने में असफल हो गए परिणाम स्वरूप मन की प्रकृति के संबंध में संतोषप्रद उत्तर उपलब्ध ना होने के कारण मनोविज्ञान की यह परिभाषा भी अमान्य हो गई।
19वीं शताब्दी में विलियम वुण्ट, विलियम जेम्स, जेम्ससली, टिचनर आदि ने मनोविज्ञान को चेतना का विज्ञान माना।
चेतन क्रियाओं पर अर्द्धचेतन और अचेतन क्रियाओं का प्रभाव भी होने के कारण स्पष्ट प्रमाणों के कारण मनोविज्ञान की इस परिभाषा को भी मनोवैज्ञानिकों में एकमत ना होने के कारण अमान्य कर दिया।
20वीं शताब्दी के प्रारंभ में मनोविज्ञान को व्यवहार के विज्ञान के रूप में स्वीकार किया जाने लगा।
जे.बी. वाटसन, वुडवर्थ, स्किनर, मैकडूगल आदि ने मनोविज्ञान को व्यवहार का विज्ञान माना।
व्यवहारवाद के संदर्भ में जे.बी. वाटसन ने अपना महत्वपूर्ण योगदान किया इसलिए इन्हें व्यवहारवाद का जनक भी माना जाता है।
वुडवर्थ का प्रसिद्ध कथन है कि ‘सर्वप्रथम मनोविज्ञान ने अपनी आत्मा का त्याग किया, फिर इसने अपने मन का त्याग किया, फिर इसने अपनी चेतना का त्याग किया, अब यह व्यवहार के विज्ञान के रूप में स्वीकार किया जाता है।’
हिलगार्ड, एटकिंसन तथा एटकिंसन के अनुसार- “मनोविज्ञान मानसिक प्रक्रियाओं और व्यवहार का विज्ञान है।”
मनोविज्ञान के प्रमुख लक्ष्य
- वर्णन तथा मापन
- पूर्वानुमान तथा नियंत्रण
- व्याख्या तथा स्पष्टीकरण
मनोवैज्ञानिक अध्ययनों की विशेषताएं
- मापन पर आधारित
- पुनरावृति संभव
- वस्तुनिष्ठता
- व्यवस्थित अध्ययन विधि
- वैज्ञानिक उपकरणों का उपयोग
- प्रयोगात्मक/अप्रयोगात्मक प्रकृति
- सामान्यीकरण
- प्रतिदर्श पर आधारित
- सांख्यिकी विधियों का प्रयोग
मनोविज्ञान के सम्प्रदाय (Schools of Psychology)
मनोविज्ञान के किसी सम्प्रदाय से तात्पर्य मनोविज्ञान के किसी ऐसे समूह से है जो मनोविज्ञान के अध्ययन के लिए एक समान विचारधारा तथा विधियों का अनुसरण करते हैं।
संरचनावाद (Structuralism)
- प्रारम्भ – 1879
- मुख्य प्रकरण – संवेदना
- विधि – अन्तर्दर्शन प्रयोग
- प्रमुख प्रवर्तक – विलियम वुण्ट, टिचनर
मनोविज्ञान के संरचनावाद सम्प्रदाय के प्रमुख प्रवर्तक विलियम वुण्ट नामक जर्मन मनोवैज्ञानिक थे।
विलियम वुण्ट ने मनोविज्ञान की पहली प्रयोगशाला 1879 में जर्मनी के लिपजिंग शहर में (कार्ल मार्क्स विश्वविद्यालय) में स्थापित की थी।
भारत में मनोविज्ञान की पहली प्रयोगशाला सन् 1915 में सेन गुप्त द्वारा कोलकाता विश्वविद्यालय में स्थापित की गयी।
एडवर्ड, बेडफोर्ड तथा टिचनर जैसे मनोवैज्ञानिक वुण्ट के प्रमुख सहयोगी थे।
व्यवहार अध्ययन की अन्तर्दर्शन विधि संरचनावाद की ही देन मानी जाती है।
प्रकार्यवाद(Functionalism)
- प्रारम्भ – 1900
- मुख्य प्रकरण – व्यवहार (अधिगम )
- विधि – अन्तर्दर्शन निरीक्षण
- प्रमुख प्रवर्तक – विलियम जेम्स, ऐजल, डीवी
मनोविज्ञान के प्रकार्यवाद सम्प्रदाय के प्रमुख प्रवर्तक विलियम जेम्स थे।
प्रकार्यवादियों का मुख्य बल अधिगम प्रक्रिया तक केंद्रित था।
अमेरिका में आधुनिक मनोविज्ञान के जन्मदाता विलियम जेम्स ही माने जाते हैं।
ऐजल तथा प्रसिद्ध अमेरिकन दार्शनिक तथा शिक्षाशास्त्री डीवी प्रकार्यवादी सम्प्रदाय के प्रमुख समर्थक थे।
इस सम्प्रदाय ने पाठ्यक्रम की विषय वस्तु, शिक्षण विधियां, शिक्षण अधिगम विधियां, तथा मापन प्रक्रिया की कार्यपरकता पर अधिक बल दिया।
व्यवहारवाद (Behaviourism)
- प्रारम्भ – 1912
- मुख्य प्रकरण – व्यवहार (व्यवहार पशु )
- विधि – निरीक्षण प्रयोग
- प्रमुख प्रवर्तक – वाटसन, पावलव
प्रथम विश्व युद्ध के दौरान अमेरिकन मनोवैज्ञानिकों के एक समूह ने मनोवैज्ञानिक को व्यवहार के विज्ञान के रूप में स्वीकार किया।
जे.बी. वाटसन इस सम्प्रदाय के प्रमुख प्रवर्तक माने जाते हैं।
थार्नडाइक, स्किनर, पावलव, हल तथा टॉलमैन मनोवैज्ञानिक इस सम्प्रदाय के समर्थक हैं।
गेस्टाल्टवाद/समग्रवाद (Gestaltism)
- प्रारम्भ – 1912
- मुख्य प्रकरण – प्रत्यक्षीकरण, स्मरण, अन्तर्दृष्टि
- विधि – अन्तर्दर्शन निरीक्षण प्रयोग
- प्रमुख प्रवर्तक – मैक्स वरदीमर, कोहलर, कोफ्का, लेविन
बीसवीं शताब्दी के प्रारंभ में जर्मनी में मनोविज्ञान के समग्रवाद नामक सम्प्रदाय का उद्भव हुआ।
गेस्टाल्ट जर्मन का शब्द है जिसका अर्थ है पूर्णांक अथवा व्यवस्थित समग्र है।
मैक्स वरदीमर, कुर्ट कोफ्का, बोल्फगैंग, कोहलर तथा कर्ट लेविन प्रमुख गेस्टाल्टवादी मनोवैज्ञानिक माने जाते हैं।
गेस्टाल्टवादियों के अनुसार हम किसी उद्दीपक का प्रत्यक्षीकरण समग्र के रूप में करते हैं।
व्यवस्थित पाठ्यक्रम निर्माण, शिक्षा उद्देश्य तथा अभिप्रेरणा पर बल गेस्टाल्टवादियों की ही देन है।
मनोविश्लेषणवाद (Psycho-Analysis)
- प्रारम्भ – 1912
- मुख्य प्रकरण – अचेतनावस्था
- विधि – पृच्छा निरीक्षण
- प्रमुख प्रवर्तक – फ्रायड, एडलर
मनोविश्लेषणवाद का प्रारंभ बीसवीं शताब्दी के प्रारंभ में हुआ था।
विनीज चिकित्सक सिगमंड फ्रायड इसके जनक थे।
मनोविश्लेषणवाद का मुख्य केंद्र अचेतन है।
अलफ्रेड एडलर तथा कार्लयुंग इस सम्प्रदाय के अन्य समर्थक हैं।
मनोचिकित्सा से संबंधित होने के कारण मनोविश्लेषणवाद ने शिक्षा के क्षेत्र में कोई विशेष योगदान नहीं दिया।
मनोविज्ञान की शाखाएं (Branches of Psychology)
- सामान्य मनोविज्ञान
- असामान्य मनोविज्ञान
- मानव मनोविज्ञान
- व्यक्तिगत मनोविज्ञान
- सैन्य मनोविज्ञान
- व्यक्तित्व मनोविज्ञान
- प्रयोगात्मक मनोविज्ञान
- बाल मनोविज्ञान
- प्रौढ़ मनोविज्ञान
- पशु मनोविज्ञान
- समाज मनोविज्ञान
- शिक्षा मनोविज्ञान
- औद्योगिक मनोविज्ञान
- अपराध मनोविज्ञान
- विकासात्मक मनोविज्ञान
- नैदानिक मनोविज्ञान
- परामर्श मनोविज्ञान
Bahut bahut…. achha sir.. 👍✍👌✍
historical dates ek baar fir check kar le….baki pryas bahut uttam aur shresth hai….
Ok…
Thanks