01. किसी प्रारंभिक कक्षा में प्रभावशाली शिक्षक का उद्देश्य विद्यार्थियों को उत्प्रेरित करना होगा-
- सीखने के लिए, जिससे वे जिज्ञासु बने और सीखने के लिए ही सीखना पसंद करें।
- रटकर याद करने के लिए, जिससे वे प्रत्यास्मरण करने में अच्छे बनें।
- दंडात्मक उपायों का प्रयोग करें, जिससे वे शिक्षक का सम्मान करें।
- ऐसे काम करने के लिए, जिससे परीक्षा के अंत में वे अच्छे अंक पा सकें।
1. सीखने के लिए, जिससे वे जिज्ञासु बने और सीखने के लिए ही सीखना पसंद करें।
02. हम सभी अपनी बुद्धि, प्रेरणा, अभिरुचि, आदि के संदर्भ में भिन्न होते हैं। यह सिद्धान्त संबंधित है-
- बुद्धि के सिद्धान्तों से
- वंशानुक्रम से
- पर्यावरण से
- वैयक्तिक भिन्नता से
4. वैयक्तिक भिन्नता से
03. एक शिक्षक के लिए सबसे महत्त्वपूर्ण क्या है?
- कक्षा में अनुशासन बनाये रखना
- कक्षा में समयानुवर्ती होना
- विद्यार्थियों की कठिनाईयों को दूर करना
- एक सुवक्ता होना
3. विद्यार्थियों की कठिनाईयों को दूर करना
04. बच्चों के संज्ञानात्मक विकास को सबसे अच्छे तरीके से कहाँ परिभाषित किया जा सकता है?
- खेल के मैदान में
- विद्यालय एवं कक्षा में
- ऑडिटोरियम में
- गृह में
2. विद्यालय एवं कक्षा में
05. शिक्षण-सिद्धान्त का अधिनियम है-
- अभ्यास
- क्रियाशीलता
- प्रत्यक्षीकरण
- उपर्युक्त सभी
4. उपर्युक्त सभी
06. मनोवैज्ञानिक शिक्षण-सिद्धान्त को दिया है-
- शिव0 के0 मित्रा ने
- एस0 एम0 कुलकर्णी ने
- रायबर्न ने
- स्किनर ने
1. शिव0 के0 मित्रा ने
07. एक शिक्षिका अपनी प्राथमिक कक्षा में प्रभावी अधिगम को बढ़ा सकती है-
- अधिगम में छोटी-छोटी उपलब्धियों के लिए पुरस्कार देकर
- ड्रिल और अभ्यास के द्वारा
- अपने विद्यार्थियों में प्रतियोगिता को प्रोत्साहन देकर
- विषय-वस्तु को विद्यार्थियों के जीवन के साथ संबंधित करके
4. विषय-वस्तु को विद्यार्थियों के जीवन के साथ संबंधित करके
08. कोई शिक्षिका अपने विद्यार्थियों को अध्ययन के लिए अध्ययन करने हेतु आंतरिक रूप से उठोरित करने के लिए कैसे प्रोत्साहित कर सकती है?
- उनमें चिंता और डर पैदा करके
- प्रतियोगितात्मक परीक्षण से
- व्यक्तिगत लक्ष्य निर्धारित करने और उनमें निपुणता पाने में उन्हें मदद देकर
- साफ दिखाई पड़ने वाले इनाम देकर, जैसे-टॉफी
3. व्यक्तिगत लक्ष्य निर्धारित करने और उनमें निपुणता पाने में उन्हें मदद देकर
09. “किसी दूसरी वस्तु की अपेक्षा एक वस्तु पर चेतना का केन्द्रीयकरण अवधान है।” यह कथन है?
- डम्बिल का
- रॉस का
- मन का
- मैक्डूगल का
1. डम्बिल का
10. निम्न में से कौन शिक्षण कुशलता से संबंधित है?
- श्यामपट्ट पर लिखना
- प्रश्न पूछना
- प्रश्नों को हल करना
- उपर्युक्त सभी
4. उपर्युक्त सभी
11. एक शिक्षक विद्यार्थियों में सामाजिक मूल्यों को विकसित कर सकता है-
- महान व्यक्तियों के बारे में बोलकर
- अनुशासन की अनुभूति को विकसित करके
- आदर्श रूप से बर्ताव करके
- उन्हें अच्छी कहानियां सुनाकर
3. आदर्श रूप से बर्ताव करके
12. कक्षा में विद्यार्थियों की रुचि बनाये रखने के लिए एक शिक्षक को उचित है-
- श्यामपट्ट का प्रयोग करना
- चर्चा करना
- कहानी कहना
- प्रश्न पूछना
3. कहानी कहना
13. विद्यार्थियों को विद्यालय में खेलना क्यों उचित है?
- यह उन्हें शारीरिक रूप से सशक्त बनायेगा
- यह शिक्षकों के लिए काम आसान करेगा
- यह समय बिताने के लिए सहायक होगा
- यह सहयोग एवं शारीरिक सन्तुलन का विकास करेगा
4. यह सहयोग एवं शारीरिक सन्तुलन का विकास करेगा
14. शिक्षण का मूलभूत सिद्धान्त है-
- क्रियाशीलता का सिद्धान्त
- अन्वेषण का सिद्धान्त
- आगमन विधि का सिद्धान्त
- उपर्युक्त सभी
3. आगमन विधि का सिद्धान्त
15. “जाँच के किसी क्षेत्र में तथ्यों के बारे में विचारों के क्रमबद्ध प्रस्तुतीकरण को शिक्षण सिद्धान्त कहते हैं? यह परिभाषा दी है-
- स्मिथ ने
- गेज ने
- फ्रॉबेल ने
- स्किनर ने
1. स्मिथ ने
16. शिक्षार्थियों के ज्ञान अर्जन में सहायता करने के क्रम में अध्यापकों को किस पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए?
- शिक्षार्थी के द्वारा प्राप्त किए गए अंकों/ग्रेडों पर
- शिक्षार्थी को सक्रिय सहभागिता के लिए शामिल करने पर
- शिक्षार्थी के द्वारा अधिगम की अवधारणाओं में कुशलता प्राप्त करने पर
- सुनिश्चित करना कि शिक्षार्थी सब कुछ याद करते हैं
2. शिक्षार्थी को सक्रिय सहभागिता के लिए शामिल करने पर
17. कोई शिक्षिका अपने विद्यार्थियों को क्या कहे कि उन्हें भीतरी प्रेरणा के साथ कार्य करने के लिए प्रोत्साहित कर सकें?
- “चलो, इसे उसके करने से पहले समाप्त कर लो”
- “तुम उसके जैसे क्यों नहीं हो सकते? देखो, उसने इसे एकदम ठीक कर दिया”
- “काम जल्दी पूरा करो, तो तुम्हें एक टॉफी मिलेगी”
- “इसे करने की कोशिश करो, तुम सीख जाओगे”
4. “इसे करने की कोशिश करो, तुम सीख जाओगे”
18. शिक्षार्थियों में वैयक्तिक भिन्नताओं को संबोधित करने के लिए एक विद्यालय किस प्रकार का सहयोग उपलब्ध करवा सकता है?
- बाल-केंद्रित पाठ्यचर्या का पालन करना और शिक्षार्थियों को सीखने के अनेक अवसर उपलब्ध कराना
- शिक्षार्थियों में वैयक्तिक भिन्नताओं को समाप्त करने के लिए हर संभव उपाय करना
- धीमी गति से सीखने वाले शिक्षार्थियों को विशेष विद्यालयों में भेजना
- सभी शिक्षार्थियों के लिए समान स्तर की पाठ्यचर्या का अनुगमन करना
1. बाल-केंद्रित पाठ्यचर्या का पालन करना और शिक्षार्थियों को सीखने के अनेक अवसर उपलब्ध कराना
19. निम्न कक्षाओं में शिक्षण की खेल विधि आधारित है-
- शारीरिक शिक्षण कार्यक्रमों के सिद्धान्त पर
- शिक्षण की विधियों के सिद्धान्त पर
- विकास एवं बुद्धि के मनोवैज्ञानिक सिद्धान्त पर
- शिक्षण के सामाजिक सिद्धान्त पर
3. विकास एवं बुद्धि के मनोवैज्ञानिक सिद्धान्त पर
20. शिक्षार्थियों ( अधिगमकर्ता) की वैयक्तिक विभिन्नताओं के संदर्भ में शिक्षिका को चाहिए-
- विविध प्रकार की अधिगमप रिस्थितियों को उपलब्ध करायें
- निगमनात्मक पद्धति के आधार पर समस्याओं का समाधान करें
- कलनविधि (एल्गोरियम) का अधिकार प्रयोग करें
- याद करने के लिए शिक्षार्थियों को तथ्य उपलब्ध करायें
1. विविध प्रकार की अधिगम परिस्थितियों को उपलब्ध करायें
21. शिक्षण हेतु मानसिक उद्वेलन प्रतिमान का प्रयोग निम्न में से किसके सुधार हेतु किया जाता है।
- समझ के सुधार हेतु
- अनुप्रयोग के सुधार हेतु
- सृजनात्मकता के सुधार हेतु
- समस्या समाधान के सुधार हेतु
3. सृजनात्मकता के सुधार हेतु
22. मूल प्रवृत्तियों को चौदह प्रकार से किसने वर्गीकृत किया है?
- ड्रेवर ने
- मैक्डूगल ने
- थार्नडाईक ने
- वुडवर्थ ने
2. मैक्डूगल ने
23. दार्शनिक सिद्धान्त का प्रतिपादन किया-
- ब्रूनर ने
- बी0 ओ0 स्मिथ ने
- फ्लैण्डर्स ने
- सुकरात ने
4. सुकरात ने
24. (i) शिक्षक किस प्रकार का व्यवहार करते हैं, (ii) वे वैसा व्यवहार क्यों करते हैं, तथा (iii) उस व्यवहार का क्या प्रभाव होता है? कथन है-
- स्मिथ का
- गेज का
- ब्रूनर का
- कारलिंगर का
2. गेज का
25.विद्यालयों को किसके लिए वैयक्तिक भिन्नताओं को पूरा करना चाहिए?
- वैयक्तिक शिक्षार्थियों के मध्य खाई को कम करने के लिए
- शिक्षार्थियों के निष्पादन और योग्यताओं को समान करने के लिए
- यह समझने के लिए कि क्यों शिक्षार्थी सीखने के योग्य या अयोग्य हैं
- वैयक्तिक शिक्षार्थी को विशिष्ट होने की अनुभूति कराने के लिए
3. यह समझने के लिए कि क्यों शिक्षार्थी सीखने के योग्य या अयोग्य हैं
26. अध्यापक के दृष्टिकोण से प्रतिभाशीलता किसका संयोजन है?
- उच्च प्रेरणा -उच्च वचनबद्धता -उच्च क्षमता का
- उच्च योग्यता – उच्च क्षमता – उच्च वचनबद्धता का
- उच्च क्षमता – उच्च सृजनात्मकता – उच्च स्मरणशक्ति का
- उच्च योग्यता – उच्च सृजनात्मकता – उच्च वचनबद्धता का
4. उच्च योग्यता – उच्च सृजनात्मकता – उच्च वचनबद्धता का#
27. शिक्षण का प्रमुख सिद्धान्त है-
- उद्देश्य निर्धारण का सिद्धान्त
- मनोरंजन का सिद्धान्त
- क्रियाशीलता का सिद्धान्त
- उपर्युक्त सभी
4. उपर्युक्त सभी
28. शिक्षण का अधिगम आधारित विशिष्ट सिद्धान्त है-
- अन्तःक्रिया का सिद्धान्त
- आत्मीयता का सिद्धान्त
- स्वाभाविक क्रम का सिद्धान्त
- उपर्युक्त सभी
4. उपर्युक्त सभी
29. अपनी कक्षा की वैयक्तिक भिन्नताओं से निपटने के लिए शिक्षक को चाहिए कि-
- शिक्षण एवं आकलन के एक समान और मानक तरीके हों
- बच्चों को उनके अंकों के आधार पर अलग कर उनको नामित करें
- बच्चों से बातचीत करें और उनके दृष्टिकोण को महत्त्व दें
- विद्यार्थियों के लिए कठोर नियमों को लागू करें
3. बच्चों से बातचीत करें और उनके दृष्टिकोण को महत्त्व दें
30. शिक्षण प्रक्रिया में निम्नलिखित में से किसका भली प्रकार ध्यान रखना चाहिए-
- विद्यार्थियों की सक्रिय सहभागिता का
- अनुशासन और नियमित उपस्थिति का
- गृहकार्य की जाँच में लगन का
- विषय-वस्तु का कठिनाई स्तर का
1. विद्यार्थियों की सक्रिय सहभागिता का
Helpful 🙂
Thanks
Thanks